Nowruz Festival एक बहुत बढ़ा त्योहारों में से एक माना जाता है. और नौ़रोज़ एक पारंपरिक और सांस्कृतिक त्यौहार है, जो मुख्य रूप से ईरान, अफगानिस्तान, तुर्की, मध्य एशिया, और भारतीय उपमहाद्वीप के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है। यह त्यौहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और नए साल की शुरुआत को मनाने का अवसर है। न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से ये ये पता चला Nowruz का शाब्दिक अर्थ फारसी में “नव (नई) और रोज़ (दिन)” से है, यानी “नया दिन”।

Nowruz Festival कितने सालों पहले से मनाया आता जा रहा है ?
Nowruz Festival दोस्तों ये बहुत पहले से मनाया जाते आ रहा है नौ़रोज़ महोत्सव को मनाए जाने की परंपरा 3,000 साल से भी अधिक पुरानी है। यह पर्व सबसे पहले प्राचीन फारसी साम्राज्य मनाया गया था। फारसी साम्राज्य के ज़माने से लेकर आज तक, यह त्यौहार विभिन्न संस्कृतियों और देशों में महत्वपूर्ण बना हुआ है।
Nowruz के मनाए जाने की परंपरा सबसे पहले जोरास्ट्रियन धर्म में शुरू हुई थी, और यह धीरे-धीरे मध्य एशिया, तुर्की, अफगानिस्तान, काकेशस, भारत और अन्य देशों में फैल गया। इस त्यौहार का संबंध वसंत ऋतु के आगमन और नए साल की शुरुआत से है, जिसे प्रकृति के नवीकरण और जीवन के नए दौर की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। इसलिए, Nowruz Festival का इतिहास लगभग 3,000 साल पुराना है।

Nowruz Festival कोण-कोण से देशो में मनाया जाता है ?
Nowruz Festival ऐसे थो बहुत सारे देशो में मनाया जाता है मगर बहुत सारे देशो के कुछ-कुछ हिस्सों में मनाया जाता है. जैसे यह Nowruz Festival 20 से अधिक देशो में मनाया जाता है. जैसे कि आप नीचे देख सकते है कुछ देशो का नाम दिए गये है.
कुछ देशो का नाम- इंडिया, ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजीकिस्तान, उजबेस्टिस्तान, कजाखस्तान, करयगिज़स्तान, पाकिस्तान, अज़रबैजान, तुर्की, बालकन्स, और भी बहुत सारे देशो में भी.
Nowruz Festival को कैसे मनाया जाता है ?
Nowruz Festival मनाने का तरीका बहुत ही दिलचसप तरीका है आप जान कर जो जाएंगे हैरान। Nowruz Festival को मनाने के तरीके विभिन्न देशों और संस्कृतियों में अलग-अलग होते हैं, लेकिन इस त्यौहार की कुछ सामान्य परंपराएं और रीति-रिवाज होते हैं जो लगभग हर जगह देखने को मिलते हैं। यह पर्व वसंत ऋतु की शुरुआत और नए साल के आगमन को दर्शाता है। आइए जानते हैं Nowruz को मनाने के कुछ प्रमुख तरीके
रीति-रिवाज | विवरण |
---|---|
1. घर की सफाई | नौ़रोज़ से कुछ दिन पहले, लोग अपने घरों की सफाई करते हैं ताकि नए साल की शुरुआत अच्छे और साफ वातावरण में हो। |
2. साब्ज़ी | गेहूं, जौ, या मसूर के बीजों को बोकर हरे अंकुर उगाए जाते हैं, जो जीवन के नवीनीकरण और प्रकृति की ताजगी का प्रतीक होते हैं। |
3. हैस एंड हैव्स | एक विशेष टेबल सजाई जाती है जिसमें सात विशेष चीजें होती हैं, जिनका नाम फारसी शब्द ‘सीन’ (S) से शुरू होता है। ये सौभाग्य, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक हैं। |
4. नौ़रोज़ भोजन | नौ़रोज़ के दिन विशेष पकवान जैसे “साब्ज़ी पोलो” (चावल और साग) और “फिश” (मछली) बनाए जाते हैं। मीठे व्यंजन जैसे “बाखलवा” भी बनाए जाते हैं। |
5. पारिवारिक मिलन | परिवार और दोस्त एकत्र होते हैं, एक-दूसरे को उपहार देते हैं और शुभकामनाएं देते हैं। यह समय खुशियों और प्यार को साझा करने का होता है। |
6. पारंपरिक नृत्य और संगीत | पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ नौ़रोज़ का उत्सव मनाया जाता है, जो खुशी और आनंद का माहौल उत्पन्न करता है। |
7. फूलों और रंग-बिरंगे वस्त्रों से सजावट | घरों और सार्वजनिक स्थानों को रंग-बिरंगे फूलों और सजावटी सामान से सजाया जाता है, जो वसंत ऋतु की सुंदरता और जीवन के नवीकरण का प्रतीक होता है। |
8. विशेष पूजा | लोग इस दिन विशेष पूजा या दुआ करते हैं, ताकि नए साल में उनके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली आए। |
9. आग का महत्व | “आग की पूजा” नौ़रोज़ का हिस्सा है, जिसमें लोग आग के पास बैठकर बुरी ताकतों को जलाकर नष्ट करने की दुआ करते हैं। आग को नवीनीकरण और जीवन की गर्मी का प्रतीक माना जाता है। |

Nowruz Festival के बारें में कुछ और रोचक बातें है ?
Nowruz Festival के बारे में कुछ और रोचक बातें हैं, जो इस पर्व को और भी खास बनाती हैं जैसे कि आप नीचे देख सकते हो नीचे कुछ जरुरी चीज़ दिए गए है नीचे आप बढ़ सकते है.
- यूनिस्को द्वारा सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता
- समय और स्थान के साथ बदलाव
- सार्वभौमिकता का प्रतीक
- विशेष रंग और प्रतीक
- लोगों का विशेष ध्यान
- ग के साथ एक विशेष परंपरा
- कहीं-कहीं परंपरागत खेल
- ईरान में विशेष छुट्टियां
- नौ़रोज़ के बाद का दिन “13 बीम” – Nowruz के बाद का अंतिम दिन जिसे “13 बीम” (जिंदगी का दिन) कहा जाता है
Nowruz न केवल एक त्यौहार है, बल्कि यह एक संस्कार, संस्कृति और जीवन का उत्सव है, जो हर साल दुनिया भर में एक नई ऊर्जा और उम्मीद के साथ मनाया जाता है।